जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी गांव परसौंड़ा। हेंया के लोगन का आरोप है कि उनके गांव का कोटेदार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलै वाला गल्ला जनवरी के महीना का तौ वितरण ही नहीं करिस पै फरवरी का भी देवार निहाय। अगर लोग राशन ले जात है, तौ दुआरे से भगा देत है। यहिसे लोग परेशान हैं।
गांव के कमला, रन्नो का कहब है कि सरकार चाहे गांवन मा गरीबन खातिर जेतना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून लागू करिस होय, पै कार्ड धरकन का परेशानी का समना करैं का ही परत है अउर गरीबन का मिलै वाला गल्ला कोटेदारन के घर भरे का होत है। विमला अउर राधा कहिन कि या साल गरीब अउर किसान लोगन के इनतान के स्थिति है कि घरन मा खाय तक का निहाय। परिवार भुखमरी के कगार मा पहुंच गे हैं।
इनतान के स्थिति मा अगर सरकार कइत से प्रति युनिट पांच किलो राशन भी दीन जात है, तौ व ही बहुत है, पै जब कोटेदारन के घर से नीकर पावै। कोटेदार जगमोहन लाल का कहब है कि व हर महीना राशन बांटत है। वहिके कोटा मा 443 बी.पी.एल, 227 अन्त्योदय राशन कार्ड हैं अउर 15 कुन्तल गेंहू, 20 कुन्तल चावल, 8 कुन्तल चीनी अउर 13 सौ लीटर तेल आवत है।
कोटेदार के ऊपर धांधली का आरोप
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