चित्रकूट जिला के पहाड़ी ब्लाक के गांव भटरी के मड़इन का आरोप हवै कि कोटेदार पूर राशन नहीं देत आय। यहै कारन हम एसडीएम का ज्ञापन दिए हन।
कृष्णानन्द पांडे बताइस कि मिटटी का तेल तीन लीटर की जघा दुई लीटर या डेढ़ लीटर देत हवै। अउर गल्ला भी पांच किलो के जघा चार किलो देत हवै। पंकज शुक्ला का कहब हवै कि हमें पैंतीस किलो गल्ला मिले का चाही, तौ पच्चीस किलो देत हवै। फरवरी महीना मा बीस किलो दिहिस हवै। बबलू प्रसाद बताइस कि हम कइयौ दरकी आजमायें हन कि गल्ला कम मिलत हवै। शोभा देवी बताइस कि तीन महीना मा हमें एक दरकी गल्ला मिला हवै। पांच पसेरी दिहिस हवै। शरद कुमार शुक्ला का कहब हवै कि कोटेदार गाली देत हवै अउर गल्ला भी नहीं देत आय। दुई घंटा का दुकान खोलत हवै ना जायें तौ गाली दइके भगा देत हवै। प्रधान प्रतिनिधि श्री शंकर शुक्ला का कहब हवै कि मैं हुंवा देखे नहीं गये आहूं कि कोटेदार कसत गल्ला बांटत हवै। कोटेदार राजू कुमार दिवेदी बताइस कि पात्र गृहस्थी के तीन सौ इकहत्तर अउर अन्तोदय के इक्यावन कार्ड हवैं। मैं मड़इन का पूरा गल्ला देत हौं।
एसडीएम सुभाषचन्द्र यादव का कहब हवै कि वहिके जांच कीन जई वहिके बाद कारवाही होइ।
रिपोर्टर- सहोद्रा