ट्रांसजेंडर और समाजसेविका विजया राजा मल्लिका ने ट्रांसजेंडरों के जीवनस्तर को उठाने के लिए एक ऐसा स्कूल खोलने की योजना बनाई है जिसमें पढ़ाई छोड़ चुके ट्रांसजेंडर फिर से पढ़ सकेंगे।
यह स्कूल कक्षा 10 तक की पढ़ाई पूरी करने में मदद करेगा। इस स्कूल में आईटी और अन्य कौशल विकास के कार्यक्रमों को भी शामिल किया जाएगा। अगर ये सफलतापूर्वक बन गया तो यह भारत का पहला ट्रांसजेंडर आवासीय स्कूल होगा।
विजया राजा मल्लिका कहती हैं कि कुछ संगठन जिनमें कोच्चि भी है, ने ट्रांसजेंडर को नौकरी का अवसर दिया पर ये अवसर अशिक्षा के कारण ट्रांसजेंडरों के लिए एक चुनौती बन गया। इस परेशानी को देखते हुए इस स्कूल को खोलने की योजना बनाई है। लेकिन अभी इस स्कूल के सामने आवासीय होने के कारण सुरक्षा और धन के मामले में रूकावट आ रही हैं।
वह आगे कहती हैं कि हम आवासीय क्षेत्र कोच्चि में देख रहे हैं। 2016 के बजट में राज्य को ट्रांसजेंडरों के कल्याण के लिए 10 करोड़ का धन आबांटित किया है और 58 एनजीओ इस योजना के लिए पहले से ही अपने प्रस्ताव जमा कर चुके हैं। हम सरकार से यह उम्मीद करते हैं कि वह हमारी वित्तीय मदद करेगी। हम खुद़ से और जनता की मदद से भी पैसे जुटाने के तरीकों पर काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि केरल की पूर्व सरकार ने भी ट्रांसजेंडरों पर योजना बनाई थी पर उस पर अभी तक कोई काम नहीं हुआ है।
साभार: डेक्कन क्रॉनिकल