नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कॉनरैड संगमा ने मेघालय के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल गंगा प्रसाद ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
4 मार्च को उन्होंने राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था और 5 मार्च को मेघालय के गवर्नर ने कॉनरैड संगमा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था।
बता दें कि संगमा के पास 34 विधायकों का समर्थन है।
संगमा ने रविवार शाम राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की थी और 60 सदस्यीय विधानसभा में 34 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले नेशनल पीपल्स पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के घटक दल एचएसपीडीपी ने कहा है कि बीजेपी को गठबंधन से बाहर रखा जाना चाहिए था क्योंकि क्षेत्रीय पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या है।
दरअसल मेघालय में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है। कांग्रेस 21 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है, जबकि एनपीपी को 19 और बीजेपी को 2 सीटें मिली है। वहीं, अन्य के खाते में 17 सीटे हैं। कांग्रेस और बीजेपी लगातार यूडीपी के संपर्क में थे, जिनके 6 विधायक हैं। यूडीपी ने आख़िरकार किंगमेकर की भूमिका निभाते हुए कॉनरैड संगमा की एनपीपी को समर्थन देने का फ़ैसला किया था।