जिला बांदा अउर महोबा। त्यौहार आवे से सगले हलचल पैदा होइ जात है बाजार सजे लागत है अउर मड़ई घर के सफाई शुरू कइ देत है।या समय बकरीद आवे के धूम मची है।बकरा खरीद वाले बाजार मा भीड़ देखाई देत है।मड़ई आपन-आपन हैसियत के हिसाब से बकरा खरीदत है।बांदा के बकरा बेंचने वाले मोहम्मद सिददीकी का कहब है कि मोरे पास 9 हजार का बकरा से कम कीमत का आय।अउर सबसे ज्यादा कीमत का बकरा 2 लाख का है।
बकरा ख़रीदे वाल मोहम्मद व्स्सिम का कहब है कि 40 हजार के दुई बकरा खरीदे हौं।बकरा डेढ़ सौ का काजू खा जात है।उसमा बताइस कि जवा,चना अउर गेंहू सबै चीज हम बकरा खवाइत है।अरविन्द कुमार बताइस कि मोरे लगे चार लाख का बकरा है दुइ लाख लाग गे है पै मै यहिका मुमबई जा के 15 लाख का बेचिहौ लबकरा बाजार मालिक मोहब्बत अली का कहब है कि 40 साल से बारो महीतना रविवार का बाजार लागत है इलाहाबाद सतना चित्रकूट समेत कइयौ जघा से हेंया मड़ई बकरा खरीदे अउर बेंचे आवत है महोबा के मोहम्मद जावेद का कहब है कि हर साल जइसे या साल भी बकरीद का बकरा के कुर्बानी होइ। अजरुद्दीन सिद्दीकी का कहब है कि हम बेंचे खातिर दुई ढाई हजार बकरा लाये हन। जेहिमा 20 से 25 हजार के बकरा है।
रिपोर्टर-नाजनी रिजवी और सुनीता प्रजापति
30/08/2017 को प्रकाशित