केरल हिंदू ऐक्य वेदी के राज्य प्रमुख केपी शशिकला टीचर ने “सेकुलर” यानी जो धर्म भेद-भाव में नहीं मानते, लेखकों को महामृत्युंज हवन कराने” की सलाह दी है ताकि उनका हाल गौरी लंकेश जैसा न हो।
ऐक्य वेदी आरएसएस समर्थक संगठनों का साझा मंच है। आठ सितंबर को एर्नाकुलम में ऐक्य वेदी के कार्यक्रम में बोलते हुए शशिकला ने कहा कि आरएसएस उन लोगों को मारना नहीं चाहते जो उसके विरोधी हैं क्योंकि वो प्रतिरोध से ऊर्जा लेकर ही आगे बढ़ता है। शशिकला ने कहा, “ऐसी हत्याएं कर्नाटक में कांग्रेस के लिए जरूर है जो कमजोर स्थिति में है। मैं सेकुलर लेखकों से कहना चाहूंगी कि अगर वो लंबा जीवन चाहते हैं तो उन्हें महामत्युंजय हवन करना चाहिए क्योंकि ये भावी के बारे में कोई नहीं जान सकता। नहीं तो आप भी गौरी लंकेश की तरह शिकार बनोगे। ”
शशिकला ने लेखकों पर आरएसएस का विरोध करने के लिए आरोप लगाते हुए कहा, “…जो लेखक आरएसएस का विरोध करते हैं उन्हें ही लेखक माना जाता है। क्या आप ऐसे लेखक का नाम बता सकते हैं जो आरएसएस का विरोधी न हो? ऐसा कोई है जो आरएसएस के विरोध में न लिखता हो? जो आरएसएस के खिलाफ लिखता है उसे ही पैसा, पुरस्कार और पहचान मिलते हैं। सौ में नब्बे लेखक ऐसे ही हैं।”
शशिकला ने कहा, “अगर आरएसएस मारना शुरू कर दे तो लेखकों का कुनबा नहीं बचेगा। जब आप आरएसएस के खिलाफ लिखना शुरू कर देते हो तो संघ परिवार समझ जाता है कि वो विकास कर रहा है।”
बता दें कि पत्रकार गौरी लंकेश की छह सितंबर को बेंगलुरु में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वो गौरी लंकेश पत्रिका की संपादक थीं। वो राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) समेत तमाम दक्षिणपंथी संगठनों की कटु आलोचक थीं।