केरल के कोझिकोड जिले में रहस्यमय और घातक निपाह वायरस कहर बनकर टूटा पड़ा है। बताया जा रहा है कि चमगादड़ से फैलने वाले इस वायरस से अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है और एक का इलाज चल रहा है। आठ अन्य लोगों के भी वायरस से संक्रमित होने की आशंका है, जिन पर निगरानी रखी जा रही है।
जबकि सूत्रों के अनुसार, इस बीमारी से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है।
एक अंग्रेजी अख़बार के अनुसार, इस वायरस की पहचान एक ही परिवार के तीन लोगों में हुई थी। 21 मई की सुबह इन तीनों की मौत हो गई। इनमें 20 साल से कम उम्र के दो भाई थे। जिस व्यक्ति का अभी इलाज चल रहा है, वह उनका पिता है। उनके घर के कुएं में एक चमगादड़ पाया गया था। अब यह कुआं बंद कर दिया गया है।
इस वायरस का वाहक चमगादड़ ही होता है। यह वायरस मनुष्य और जानवर दोनों में गंभीर बीमारी पैदा कर सकता है। तीनों संक्रमित लोगों का इलाज करने वाली नर्सिंग सहायिका लिनी में भी वायरस फैलने की आशंका है।
सूत्रों के अनुसार, पड़ोस के मलापुरम जिले में भी तेज बुखार और वायरस जैसे लक्षणों के कारण पांच लोगों की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं। वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह सिर्फ संक्रमित व्यक्ति की चपेट में आने से ही फैलता है।
इस बारे में सोशल मीडिया खास कर व्हाट्सएप पर भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं। जिससे लोगों में डर पैदा हो रहा है। हालाँकि सरकार की तरफ से इन जानकारियों को अफवाह बताया गया है और लोगों को सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।