केरल निवासी जॉन वर्गीस 2016 से दुबई में निजी कम्पनी के लिए गाडी चलाने का काम कर रहे हैं। उन्हें 21 करोड़ की लॉटरी जीतने की जानकारी फोन में मिली जिसे उन्होंने गम्भीरता से नहीं लिया, क्योंकि उस दिन 1 अप्रैल भी था, जिस कारण से उन्हें लगा कि कोई उन्हें मुर्ख बना रहा है। जब लॉटरी जीतने की बात सही निकली तो उन्होंने सबसे पहले अपने परिवार को इसकी जानकारी दी।
वह कहते हैं कि उनका इरादा इन पैसों को अपने चार दोस्तों के साथ बांटने का है, साथ ही वह साधारण फोन से स्मार्ट फोन खरीदने वाले हैं। वह जीती गई राशि को अपने बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना चाहते हैं, क्योंकि वह शिक्षा में निवेश को सबसे बेहतर निवेश मानते हैं। उनके घर में उनकी पत्नी के साथ दो बच्चे हैं।
इससे पहले भी जनवरी में अन्य केरला निवासी ने 12 करोड़ की लॉटरी जीती थी। पिछले साल अक्टूबर में अबू धाबी में 10 भारतीयों ने 1 करोड़ की लॉटरी जीती थी।