मोदी कैबिनेट ने रेलवे को रफ्तार देने के लिए रेल लाइन का दोहरीकरण व विद्युतीकरण करने को मंजूरी दे दी है।
उत्तर प्रदेश रेलवे को मोदी कैबिनेट ने सबसे बड़ा उपहार दिया है। इसके तहत झांसी–मानिकपुर और भीमसेन–खैरार रेल लाइन, भटनी–औंडिहार रेल लाइन का विद्युतीकरण व दोहरीकरण किया जाएगा।
इसके अलावा बिहार में मुजफ्फरपुर–सुगौली व सुगौली वाल्मीकि नगर रेल लाइन का विद्युतीकरण व दोहरीकरण का काम होगा।
साथ ही, मलकानगिरी में पहला रेल प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश व ओडिशा में 11,661 करोड़ की लागत से 881 किलोमीटर रेल लाइन का कार्य होगा। भटनी–औड़िहार रेलवे लाइन के दोहरीकरण से मुगलसराय व इलाहाबाद के बीच रेल रूट पर कंजेशन खत्म होगा। वाराणसी को बेहतर कनेक्टिविटी(जुड़ाव) मिलेगी।
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य 2022-2023 तक रखा गया है। करीब 4955.72 करोड़ रुपये की लागत से इस प्रोजेक्ट का काम पूरा किया जाएगा। 425 किलोमीटर लंबी इस लाइन के अनुरूप ट्रेन समय पर रहेंगी और सफर ज्यादा सुरक्षित होगा। झांसी–कानपुर, झांसी इलाहाबाद के बीच और भी बेहतर रेल यातायात का संचालन हो सकेगा। इससे झांसी, महोबा, बांदा, चित्रकूट धाम और मध्य प्रदेश का छतरपुर जिला कवर होगा।