गर्भवती औरतों को एक दिन में करीब तीन सौ कैलोरी से ज़्यादा कहानी चाहिए। यह करीब एक कटोरी दही और एक ब्रेड के बराबर है।
कुछ गर्भवती औरतों को अचार और ठंडी आइसक्रीम खाने का मन करता है, सबको नहीं। खास खाने की तीव्र इच्छा इसलिए भी होती है क्योंकि ऐसी स्थिति में गर्भवती औरतों के शरीर में पौष्टिक खनिज, विटामिन और उनके खून में सेरोटोनिन नाम के हारमोन की अधिक ज़रूरत होती है।
गर्भवती होने पर कहा जाता है कि औरत के पैर भारी हो गए। ज़्यादातर औरतों के पैरों में सूजन के कारण अक्सर पैर बड़े और भारी हो जाते हैं।
गर्भवती औरतों के सूंघने की क्षमता पहले तीन महीनों में बहुत तेज़ हो जाती है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि तेज़ सूंघने की वजह से औरतें अपने शरीर और भ्रूण को खराब या नुक्सान पहुंचाने वाले खाने से बचा सकती हैं।
शरीर में हारमोन और कई तत्व ज़्यादा होने की वजह से कभी -कभी गर्भवती औरतों के शरीर में सूजन हो जाती है। अक्सर सूजन ऐढ़ी के हिस्से में ज़्यादा होती है। गर्भवती औरतों को सोने से पहले कम से कम पंद्रह मिनट के लिए अपने पैर कमर से ऊपर टिका के आराम से लेटना चाहिए। पानी भी ज़्यादा पीना चाहिए। इससे उनके गुर्दे भी अच्छी तरह से काम करते हैं।