जिला महोबा, ब्लाक जैतपुर, गांव आरी के पचास किसानन ने लेखपाल बीरेन्द्र के खिलाफ तहसीलदार रामजी खा दरखास दई हे। दई दरखास में आरोप हे कि चेक नई देत हे, हम कहत हें तो गाली गलौज करत हे।
मुकुन्दी, कमलेश ओर काशी कहत हे कि हमाये गांव के चार सौ सत्तर किसानन खा ओलावृष्टि को मुआवजा नई मिलो हे। लेखपाल चेक बनायें के लाने रूपइया मांगत हे। जोन रुपइया दे देत हे ओई को रुपइया खाता में भेज देत हे। कामता, हलकुट्टी ओर कृपाल कहत हे कि मुआवजा के चक्कर में हमाओ हजारन रुपइया किराओ लग गओ हे। लेखपाल से कहत हे तो ऊ बैंक में भेजे को बहाना करत हे, बैंक जात हे तो मैनेजर रुपइया खाता में नइयां कहके भगा देत हे। आरोप हे कि लेखपाल से लेके डी.एम. तक की मिली भगत हे। सोचत हे कि गरीब आदमी कभे तक चक्कर लगाहें। एई से हमने कुलपहाड़ तहसीलदार खा 8 सितम्बर खा दरखास दई हे, शायद सुनवाई हो जाये।
लेखपाल बीरेन्द्र कहत हे कि में रुपइया कोनऊ से नई मांगत हे। मेनें सबखा बता दओ हे कि चेक नई बनत हे खाता में रुपइया भेज दओ हे। ऊं नई मानत ओर अभ्रता करें को झूठो आरोप लगाउत हे।
तहसीलदार रामजी कहत हे कि आभद्रता करें की दरखास मिली हे। जांच कराई जेहे। अगर सही पाओ जेहे तो कानूनी कारवही करी जेहे।
कुलपहाड़ बड़ौदा बैंक के ब्रांच इन्चार्ज देशराज बताउत हे कि मेंने 9 सितम्बर खा एक सौ उन्यासी किसानन की लिस्ट तहसीलदार के एते भेज दई हे। काय से इन्टरनेट में बोहतई ज्यादा परेशानी होत हे।े ओर किसान भीड़ लगा लेत हे। दिन भर में दस किसानन के खाता में रूपइया भेज पाउत हे। हमें बाकी को लेन देन भी देखने परत हे।