चित्रकूट जिला के किसान या समय यूरिया खाद खातिर सहकारी समिति के चक्कर लगावत हवंै, पै समिति से यूरिया खाद नहीं मिलत।
ब्लाक कर्वी, गांव इटखरी सहकारी समिति। हिंया किसानन का यूरिया खाद नहीं मिलत। गांव दहिनी, पुरवा उतरवां के रामप्रताप अउर मकरी गांव, पुरवा उसरी के अनिल यादव, नत्थू अउर संतोष का कहब हवै कि अगर गेहूं अउर चना मा यूरिया न परी तौ फसल खराब होइ जई। इटखरी सहकारी समिति के आंकिक अनुसुइया का कहब हवै कि या समिति मा बारह गांव लागत हवंै। 5 जनवरी का तीन सौ बोरी यूरिया खाद बांटी गे हवै। तहसीलदार खुदै अपने सउहें सात बजे शाम तक खाद बंटवाइन हवैं। अब यूरिया खाद अई तौ अउर बांटी जई। ब्लाक पहाड़ी, कस्बा पहाड़ी, गंाव अशोह का मोहन, इटौरा गांव का नूर मोहम्मद अउर पिपरोंदर गांव के राजेश बताइन कि गेंहूं अउर चना के फसल बिना यूरिया के बढ़त नहीं आय। पहाड़ी सहकारी समिति वाले यूरिया खाद नहीं देत हवैं।
दक्षिणी सहकारी समिति के बाबू द्वारका प्रसाद बताइस-“या समिति मा अट्ठाइस गांव लागत हवैं। 4 जनवरी का दुइ सौ पनचान्वे बोरी यूरिया आई रहै तौ बांट दीन गे हवै। हिंया चार टन खाद के जरुरत हवै। अब खाद बांदा गोदाम से आय वाली हवै तौ फेर दीन जई।”
कर्वी तहसीलदार अशोक कुमार सिंह कहिन कि यूरिया के खपत ज्यादा हवै। अउर यूरिया कम हवै। यहै से सबै किसानन का समय से नहीं मिल पावत हवै। सरकार कइती सेे यूरिया समय से नहीं आवत। कृषि उप निदेशक जगदीश नारायण कहिन कि यूरिया खाद खातिर सरकार के लगे 7 जनवरी का लिखित भेज दीन गे हवै।
किसान यूरिया खातिर परेशान
पिछला लेख