जिला फैज़ाबाद और अम्बेडकर नगर। इस साल किसानों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। पहले मानसून में बरसात नहीं हुई और अब सहकारी समितियों से यूरिया खाद न मिलने से नब्बे प्रतिषत किसान प्रभावित हुए हैं। धान और गन्ने की खेती पर सबसे ज़्यादा असर पड़ा है। किसानों का कहना है कि सहकारी समितियों पर खाद तीन से चार माह से नहीं आ रहा है। किसानों को महंगी खाद लेकर खेतों में डालनी पड़ रही है।
जिला अम्बेडकर नगर, ब्लाक कटेहरी के मुन्नीलाल और जियालाल यूरिया के लिए एक समिति से दूसरी समिति दौड़ रहे हैं पर कोई फायदा नहीं हुआ। अम्बेडकर नगर जिले के कृषि अधिकारी सुभाषचन्द्र वर्मा के अनुसार जिले में यूरिया की कमी नहीं है। फैज़ाबाद से तीन हज़ार पांच सौ ग्यारह मैट्रिक टन यूरिया प्राप्त हुआ था जिसे सहकारी समितियों में बंाट दिया गया था।
जिला फैज़ाबाद, ब्लाक तारुन के रजिन्दर व रामप्यारे ने बताया कि दूसरा सरकारी ट्यूबवेल लगने के बाद भी पानी नहीं आया। दर्जनों नलकूप किसी न किसी वजह से बन्द पड़े हैं। ऊपर से ट्यूबवेनल के नाली जर्जर होने के कारण खेतों तक पानी ही नहीं पहुंच पाता है।
फैज़ाबाद नलकूप विभाग के अधिषासी अभियन्ता नेबूलाल का कहना है कि जो नालियां जर्जर हैं उनकी मरम्मत का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। अधिकतर नलकूप बिजली की कमी के कारण बन्द हैं। जिन ट्यूूबवेल की जड़ें ही खराब हो चुकी हैं, उनके बारे में कुछ नहीं किया जा सकता है।
फैज़ाबाद जिला कृृषि अधिकारी डाक्टर राजेष कुमार यादव ने बताया कि यूरिया खाद की पूरे राज्य में कमी है। खाद आने का लक्ष्य चालिस हजार टन है, जिसमें से अभी तक बत्तिस हजार टन ही आई है। केंद्र सरकार से खाद जिले पर आती है। जिला से फिर क्षेत्र में भेजी जाती है।