महोबा जिला के किसानन को एक घाव भरन नई पाओ प्रकृति ने दुबारा से ओलावृष्टि कर घाव नये कर दये हे। एसी हालत मे किसान के आंखन से बिना रोये आंसू गिरत हे। किसानन के परिवार सड़क मे आ गओ हे। 13 मार्च की रात में जोरदार आंधी पानी के साथे ओला भी गिरे हते। जीसे बोई फसल सब बरबाद हो गई हे।
ब्लाक जैतपुर गांव बिजौरी को मजरा घघौरा को किसान विमलेश मिश्रा, धर्मसाहू ओर सुखलाल कहत हे की हमाये सबके पास दस से बारह एकड़ जमीन हे। हमे पिछले साल को मुआवजा नई मिलो हे। हमाओ परिवार भुखमरी के कगार मे आ गओ हे। छोटे कास्तकारन खा तीन-तीन दइयां मुआवजा मिल चुको हे। हम कर्चा लेके परिवार को भरण पोषण करत हे।
रामेश्वर ओर अरूण कहत हे की हमाओ बीस-बीस आदमी को परिवार हे। खेती देखके हमें बुखार चढ़त हे। अब हमाओ परिवार केसे चलहे। मुआवजा के लाने हमने केऊ दरखास दई हे। दुबारा से 15 मार्च खा एस.डी.एम. के स्टोनो खा दरखास दई हते।
एसई कुलपहाड़ कस्बा ग्रामीण गहरा पहडि़या। एते को लालसिंह, बाबूलाल, संन्तोष ओर नत्थू कहत हे की मेने पचीस बीघा मे फसल बोई हती। जोन 13 मार्च की बारिस ओर ओला के कारन फसल बरबाद हो गई हे। फसल की सिंचाईं में ढाई सौ रुपइया घण्टा लगो हे। एक बीघा खेत के फसल की सिंचाई मे छह से सात घण्टा लगा हे।
कुलपहाड़ राजिस्टार कानूनगो राकेश कहत हे की हमाये पास इत्तो बजट नइयां की हम बड़े कास्तकारन खा मुआवजा दे सकन। सासन से मांग करी हे। जभे बजट आहे तो दओ जेहे। ओलावृष्टि को लेखपाल से सर्वे कराओ जेहे। अगर तीस प्रतिसत से ज्यादा नुक्सान होहे तो मुअवजा मिल हे। एसई ब्लाक कबरई, गांव कैमाहा को रामस्वारूप देवीदीन, सिजरिया गाव को रामलखन ओर दीनदयाल कहत हे की भगवान ने हमाये बच्चन के मुंह की रोटी छीन लई हे। गांव मे खेती नई दूसर थोई बोहोत बोई हती। ऊ भी ओला परे के कारन खराब हो गई हे। हम लोगन के पास दो से पांच लाख रुपइया को कर्जा हो गओ हे।
महोबा एस.डी.एम. सुशील प्रताप सिंह कहत हे की ई साल के सूखा ओर ओलावृष्टि को सर्वे कराओ जेहे। र्से के बाद लिस्ट सासन खा भेजहे। अगर ऊपर से मुअवजा आहे तो किसानन खा ज्यादा से ज्यादा लाभ दओ जे।
किसानन पे फिर ओला को कहर
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