फैजाबाद मा यहि समय किसानन कै स्थिति काफी खराब बाय। एक तौ गेहूं कै फसल बर्बाद भै वकै मुआवजा आज तक नाय मिला। अब धान कै फसल सूखा परै से खराब होइगै। अबहीं तक सर्वे भी नाय भै। मुआवजा का के कहै।
लगातार दुई साल फसल बर्वाद हुवय से किसान भुखमरी के कगार पै आय गै हइन। कउनौ तरह मनई बठाई पै या आपन खेती कराथिन। लकिन अगर फसल न भै तौ किसान काव करै। पिछली साल हुद हुद यहि साल सूखा। पिछली बार फसल सर्वे भै मुआवजा भी कुछ मनई का मिला। उहौ फसल बर्वादी के अनुसार नाय मिला। हजार पांच सौ मुआवजा मा किसानन काव करिहैं। यही से किसान सड़क पै उतरै का मजबूर अहैं। अबकी बार भी काफी फसल खराब भै बाय। किसान सर्वे करायइके मुआवजा कै मांग करे अहैं। ग्ंााव मा किसानन से बात करै पै पता चलाथै कि काफी सूखा परा बाय। जेसे किसान खेते मा जातै का मजबूर रहे। तीन-तीन बीद्या धान खेत मा जोत दिहिन।
अब सोचैं वाली बात तौ ई बाय कि किसान कहत अहैं कि अबहीं तक लेखपाल द्वारा सर्वे नाय भै बाय। अउर षासन-प्रषासन कै कहब बाय कि सर्वे कै लिस्ट अक्टूबर मा आइगै बाय। यइसेन मा काव कीन जाए सकाथै। किसानन का पता नाय बाय कि उनके फसल कै सर्वे भै बाय अउर लिस्ट षासन तक पहुंचगै। अब किसानन का केतना मुआवजा मिले के जानै?
किसानन का नाय पता कब भै सर्वे
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