जिला बांदा ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव कनवारा का मजरा धांधू डेरा। हेंया का जागेश्वर यादव आपन बिटिया आशा देवी का लेवा के 15 मार्च 2014 का एस.पी. आफिस मा दरखास दिहिस। काहे से आशा देवी का ससुराल वाले हिस्सा नहीं देत आय।
आशा देवी बताइस-“12 मई 2008 मा गांव कुरौली (ब्लाक बड़ोखर खुर्द जिला बांदा) के कामता साथै शादी भे रहै। मोरे दुई बिटिया एक लड़का है। 16 मार्च 2013 का कामता के मउत हाइगे। मोर मनसवा के मरै के बाद ससुराल वाले (ससुर रमेश प्रसाद, चचेरा जेठ राजाभइया, के मेहरिया कुसमा अउर देवर प्रमोद कुमार) मारपीट शुरू कई दिहिन। मोर बच्चन समेत मोहिका जान से मारैं चाहत हैं जेहिसे मोर हिस्सा के जमीन जायदाद अउर जेवर हड़प लें। 15 अगस्त 2013 का ससुराल वाले मारपीट करिन अउर जेवर छीन के घर से निकाल दिहिन। मैं आपन बच्चन का लेवा के मइके चली आईंव।”
आशा देवी का बाप जागेश्वर कहिस-“हम आशा देवी के ससुराल गयेंन अउर 22 अगस्त 2013 का पंचायत भे। नियाव भा कि ससुराल वाले दस पन्द्रह दिन के बाद आशा देवी का लेवा लइहैं। वहिके हिस्सा के जमीन जायदाद अउर जेवर मा हिस्सा दई देहैं। तबै से 9 महीना बीत गे कोऊ लेंवावैं नहीं आवा। ससुराल वाले कहत है कि उंई न आशा देवी का लेवा जइहैं अउर न ही हिस्सा देहंै। ऊपर से धमकी देत हे कि अगर हेंया अइहे तौ बच्चन समेत जान से मार डरिहैं।”
देवर प्रमोद कुमार कहत है कि वा आपन मन से अपने मइके गे है। ससुराल मा आ के रहै तबै हिस्सा मिली। वा चाहत है कि मैं मइके मा रहौं अउर हिस्सा भी लेव तौ इनतान न होई। एस.पी. अरविन्द सेन कहत हैं कि या मामला के छानबीन कोतवाली नगर से कीन जात है। छानबीन के बाद ही मामला मा कारवाही कीन जा सकत है।
कहां गा पंचायत का नियाव
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