हर जगह शहर हो या गांव स्कूल तो बन जाते हंै। मान्यता भी मिल जाती है। आवश्यकता के पूर्ति के लिए पैसे भी मिलने लगता है। पर स्कूल में समस्या जैसी की तैसी रहती है।
अम्बेडकर नगर कटेहरी ब्लाक में कस्तूरबा बालिका विद्यालय तिवारी पुर में जुलाई से ही पानी भरा है। ऐसे समय जब पूरे राज्य में डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी फैली है, प्रशासन की ओर से कोई कोशिश नहीं है। उसी गन्दे पानी में बच्चों का आना जाना रहता है। इतना पानी भर गया है कि लैटरीन का टैंक डूब जाने से सारे नलां में गन्दा पानी आ रहा है।
वहीं फैजाबाद के मया ब्लाक के बोधी पुर प्राथमिक विद्यालय में बारिश होने पर पानी भर जाता है और बच्चों को काफी दिक्कतें होती है।
अम्बेडकर नगर जिले के डी.एम. पंकज यादव ने माटी पटाने का आदेश दे दिया है। लेकिन वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी दल सिंगार का कहना है कि बरसात बन्द होने के बाद माटी की पटाई शुरू होगी। पर सवाल ये है कि अगर बरसात आने से पहले इसकी पटाई हो गई होती तो इतनी समस्या ही क्यों झेलनी पड़ती?
जब स्कूलों के लिए पैसे आ जाते हैं तो अधिकारी काम क्यों नहीं करवाते? हर बार वही समस्याएं क्यों झेलनी पड़ती हैं? पिछले ही महीने पूरे राज्य में स्कूल प्रबंधन समितियों का चुनाव हुआ था पर इनका भी कोई असर नहीं देखने को मिल रहा है। इस समय स्थिति बच्चों की शिक्षा, उनके स्वास्थ्य और उनके भविष्य से खिलवाड़ है।
कस्तूरबा विद्यालय में भरा पानी
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