बुदेलखंड मा अबै भी इनतान के लोग हैं। जिनका सरकार कइती से शौचालय नहीं मिले आहीं लोगन का शौचालय के लालच दइके उनके घर मा शौचालय बनवावै खातिर सरकार कइती से गढ़वा तौ खोदवा दीन गे हैंै। उनके घरन मा गढ़वा पूर पांच साल से खोदे परे हैं। अबै तक सरकार कइती से बजट नहीं आवा आय। सरकार तौ अभियान चलावत है कि भारत का स्वच्छ रखा जई। अउर यहिके खातिर 2 अक्टूबर का स्वच्छ भारत अभियान के रूप मा मना वा जात है। का यहिनतान मा स्वच्छ भारत अभियान सफल होइ सकत है। यहिके खातिर जरुरी है कि केंद्र सरकार हर पात्र मड़इन खातिर शौचालय के सुविधा काहे नहीं करत आय। का बस नाम के खातिर लोगन का शौचालय बनवावैं के लालच दीन जात है कि उनका अब खेत अउर खुले मैदान मा शौच करैं खातिर ना जाये का परी। यहिसे लोगन का भी सरकार से बहुतै उम्मीद बनी रहत है कि हमार बहुतै जरुरी समस्या का सरकार खतम करी।
दूसर बात अगर सरकार वादा करत है कि भारत का स्वच्छ रखै का है तौ वहिका भी एक दरकी पलट के देखै के जरूरत है कि वहिकर अभियान कसत चलत है अउर का सच्चाई मा लोगन का वहिकर चलाई गे योजना का लाभ पात्रन का मिलत है या नहीं।