मुन्नेसा मंगोली नाम के ऑटो ड्राइवर गर्भवती महिलाओं, बुजर्ग और जरुरतमंदों को मुफ्त ऑटो सेवा दे रहे हैं। 42 साल के मुन्नेसा बीए तक पढ़े हैं। मनपसंद नौकरी नहीं मिलने के कारण उन्होंने ऑटो चलाने का निर्णय लिया। मुन्नेसा के परोपकर की ये कहानी ट्विटर में शेयर होने के बाद हर किसी के दिल को छू गई। भलाई के इस काम पर मुग्नेसा का कहना है कि उन्हें इसकी प्रेरणा तब मिली, जब एक गर्भवती महिला की मौत अस्पताल समय से नहीं पहुंचने के कारण मौत हुई थी। उसके बाद से उन्होंने जरुरतमंद की मदद करना शुरूकर दिया। 2015 से अब तक मुन्नेसा 2000 गर्भवती, बुजर्ग और जरुरतमंदों लोगों को ये मुफ्त ऑटो सेवा दे चुके हैं।
साभार: अलका मनराल