प्रदेश सरकार की मंशा थी कि गांव में सचिवालय बनवाकर गांव के विकास की रूपरेखा तैयार की जायें। लेकिन जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी, गांव लरगन में 2012 में करोड़ो रूपये की लागत से बना सचिवालय अपनी दुर्दशा में रो रहा है।
रामदयाल सिंह राजपूत का कहना है कि सचिवालय में फर्श, खिड़की, गेट और शौचालय कुछ भी नहीं है और छत भी गिरने वाली है। सचिवालय बंद होने से स्कूल में मीटिंग होती है तो बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है। खलक सिंह राजपूत का कहना है कि फर्श और दीवार सब चटक गयी है, मरम्मत कराने लायक नहीं है। दो-तीन बार दरखास दी है लेकिन कुछ सुनवाई नहीं हुई है।
प्रधान प्रतिनिधी श्री विशाल सिंह कने बताया कि 2016 में गांव में एसडीएम ने चौपाल लगाकर मरम्मत का आश्वासन दिया था और दस-पन्द्रह दिन में काम शुरू करने को कहा था, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है।
खण्ड विकास अधिकारी अजय कुमार शर्मा का कहना है कि जांच करके देखा जायेगा कि क्या स्थिति है।
एसडीएम धीरेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि पंचायत विभाग से बात करके यह काम करवाया जायेगा।
रिपोर्टर- राजकुमारी