कैसा लगता होगा उस माँ को जो दूसरों के बच्चों को पढ़ते हुए देखती है, लेकिन अपने बच्चों को नहीं पढ़ा पा रही हैं। जी हां ऐसा ही कुछ हाल है ललितपुर जिले के कोरवास प्राथमिक स्कूल की रसोइया का, जिन्हें पिछले आठ महीनें से वेतन नहीं मिला हैं।
सुकन का कहना है कि जब वेतन नहीं मिलता तो कहां से अपने बच्चों को पेन,कापी और किताब खरीद कर दूं। स्कूल में नौ बजे आ जाते हैं और दो-तीन बज जाता हैं यही काम करते-करते, फिर भी हमारा वेतन नहीं मिलता है।
राधा ने बताया कि हमें कम से कम पांच-छह महीनें से वेतन नहीं मिला है।
गिरजा का कहना है कि वेतन मांगते हैं तो कहते हैं कि जब आयेगा तब मिलेगा।
हेडमास्टर सुनील कुमार का कहना है कि अक्तूबर 2017 तक का मानदेय दे चुके हैं, उसके बाद नगद दिया जायेगा।
रिपोर्टर- सुषमा
Published on Feb 21, 2018