पूरी दुनिया जानती है कि महेंद्र सिंह धोनी एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर है। वह एक अच्छे बल्लेबाज है और भारतीय टीम के बेहतरीन कप्तानों में से एक हैं।
टीम में एक विकेट कीपर का क्या काम होता है? अक्सर कीपर विकेट के पीछे बैठते है और गेंद को बाउंड्री तक पहुंचने से बचाता है।
विकेट कीपर का ज्यादातर काम हाथो का होता। लेकिन धोनी इस चीज में भी अलग है।
इस बारे में आईपीएल मैचों के दौरान धोनी ने अपने कराटे-किक दिखाना शुरू किया है।
क्या होता है यह कराटे-किक? गेंद को रोकने के लिए धोनी अपने हाथों का ही नहीं, बल्कि अपने पैरों का भी उपयोग करते हैं।
जैसे ही वह बल्लेबाज को अपने शरीर का वजन पीछे के पैर पर रखता हुआ देखते हैं तब धोनी अपना दायां पैर बाहर निकाल कर गेंद को रोकने की कोशिश करते है।
बाउंड्री तक जाने के लिए जब बल्लेबाज तेज शोर्ट मारता है तब पहले से ही धोनी इसको भांप लेते हैं। हाल ही में धोनी ने आईपीएल मैच में गेंद को दो बार इस तरह से रोका है। पहली बार पंजाब के साथ मैच में किया और फिर एक बार विराट कोहली के खिलाफ रॉयल चैलेंजर के मैच में।
धोनी गेंदबाज को ध्यान से देखते है, गेंद की क्या रफ्तार और दिशा होगी वह देखते है, फिर बल्लेबाज की चाल को देखते है और फिर अपना निर्णय बनाते है।
धोनी ऐसे निर्णय कुछ पल में बना लेते है। आप कह सकते है कि इस प्रकार के खेल से धोनी को नुक्सान हो सकता है। अगर बल्लेबाज वह शॉट नहीं ले रहा तो धोनी गेंद को मिस भी कर सकते हैं और अगर धोनी का पैर हवा में होगा वह कराटे-किक नहीं ले पाएंगे।
क्रिकेट की दुनिया में धोनी जैसे कुछ ही व्यक्ति है जो ऐसे फैसले तुरंत ले सकते है। बात यह भी है कि टी-20 में सबसे कीमती चीज क्या है, विकेट लेना या रन बचाना?
साभार: विसडेन