जिला वाराणसी, नगर क्षेत्र शिवपुर रामलीला पोखरा। इ पोखरा में एक साल से सफाई नाहीं होत हव। हर तरफ कूड़ा पड़ल हव। हजारो साल पुराना इ पोखरा में लोग पंचकोश करे आवलन।
बाबा मोहन दास, कुन्ता देवी, अनीता, राम दुलारी इ सब लोगन के कहब हव कि कहाँ इहां पर सफाई होला। साल भर में एकाक बार कभी हो जाई। नाहीं त साल साल भर तक कभी सफाई नाहीं होत। पोखरा के चारों तरफ कूड़ा हव। इ अहिसन महकला कि हमने से खाना भी नाहीं खवा पावला। हमने केतना कहल जाला कि इ पोखरा के सफाई हो जाए लेकिन हम गरीबन के बात के सुनत बा।
सभासद रामजीत के कहब हव कि इ पोखरा नगर निगम लेहले हव जब कुछ होला त वहां सफाई होल करला। एक साल में करीब तीन चार बार सफाई होला। लेकिन वहां के लोग कूड़ा फेंक के गन्दा कर देलन।