सड़कन के खराब हालत देखत-देखत एक साल पूर होत हवैं। पै मुख्यमंत्री का वादा नहीं पूर होइ पावा? मुख्यमंत्री आपन पद ग्रहण करतै या ऐलान करिन रहै कि 15 जून 2017 तक मा हर सड़कन का गड्ढा मुक्त कई दीन जई। पै पूर एक साल होय वाले हवै गड्ढा मुक्त के बात छोडो सड़कन मा तौ अबै पैदल अउर साधन मा आवै जाये मा बहुतै देर लागत हवै। चित्रकूट जिला के हर कोने के सड़कन के हालत बहुतै खराब हवै। या कारन आय दिन एक्सीडेंट होत हवैं अउर मड़इन के जान तक चली जात हवै। पै शासन-प्रशासन का यहिसे कउनौ फर्क नहीं पड़त आय। बस मुख्यमंत्री ऐलान मा ऐलान करत जात हवै कि सड़क जल्दी बनके तैयार होइहैं? सड़कन मा बड़े-बड़े गड्ढा हवैं,तौ कत्तौ पानी भरा हवैं तौ कत्तौ सड़क मा काम लाग हवै तौ कक्तौ मड़इन का कइयौ कइयौ घंटा जमा मा कसै का पड़त हवै? सरकार कत्तौ या समस्या का खतम कई पाई या बस ऐलान करत-करत साल पूर होइ जई? का सरकार के लगे सड़कन का बनुवावै खातिर बजट नहीं आय? या फेर कउन दिन का इंतजार हवै? कउनौ के लगे, यहिके जवाब हवै कि कब तक सड़क बनी?