जिला बांदा, ब्लाक जसपुरा, गांव धरीखेरा। हेंया के रामदेवी के शादी पांच साल पहिले हमीरपुर जिला के गांव बरूवा मा मनसवा कल्लू के साथै भे रही है। तीन साल से खाना खर्चा का मुकदमा चलत है, तौ वकील तारीख नहीं लेत। पांच सौ रूपिया मांगत है।
रामदेवी का कहब है-“मैं खाना खर्चा का तीन साल से मुकदमा लगाये हौं। तारीख मा एक सौ पचास रूपिया लागत है। वकील पांच सौ रूपिया मांगत है न खाना खर्चा का रूपिया मिलत आय न वकील कुछ बतावत आय। मोर मनसवा मोहिका जान से मारै का ताकत है। मैं सोचत हौं कि नियाव मिल जाय तौ बांदा न आवै का परै।”
वकील इजान अहमद खंा का कहब है कि वहिका मुकदमा तौ खतम होई जात पै कतौ-कतौ नहीं आवत आय। जब आवत है, तौ जज नहीं मिलत आय। रूपिया लें के बात झूठ है।
कबै तक चली मुकदमा
पिछला लेख