जिला बांदा। पूरे बुन्देलखण्ड का 24 नवम्बर से 24 घण्टा बिजली दें का एलान आखिरकार उत्तर प्रदेष सरकार कर ही दिहिस। एलान के बाद से एक दिन भी बिजली कटौती कम नहीं भे आय। यहिसे आम जनता, किसान अउर छात्रन मा बहुत गुस्सा है।
उत्तर प्रदेष सरकार दावा करिस है कि बुन्देलखण्ड के गांवन का 12 घण्टा अउर षहरन का 24 घण्टा बिजली दीन जई। या दावा मा विष्वास करब मुष्किल है। काहे से या तान के लुभावैं वाले ऐलान हमेषा सुनै मा आवत हैं। लेकिन असलियत मा कुछ होत निहाय। या समय खेतन के सिंचाई का समय चलत है। अगर बिजली मिलै तौ खेतन के सिंचाई होई जाय। लेकिन जब बिजली चैबिस घण्टा मा दुई घण्टा भी नहीं मिलत तौ सिंचाई कहां से होई। जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव खप्टिहा कलां के ष्याम सिंह, राकेष षिवभोले उर्फ बाबा कहत हैं कि इनतान के कइयौ वादा सरकार कइत से भे हैं जउन आज तक पूर नहीं भे आय।
अतर्रा कस्बा के मोहल्ला मूसा नगर निवासी प्रणीता, रानी अउर जिया कहिन कि सुबह छह बजे से बिजली गोल होई जाय से सप्लाई वाले पानी का बहुतै संकट है। रात दिन बिजली कबै आवै कबै जाये कउनौ ठिकाना निहाय। रात मा नींद भर सोवब हराम है। बिजली न रहैं से मच्छर बहुतै लगत हैं। या कारन कस्बा मा बीमारी भी फइलत है।
नरैनी ब्लाक के गांव बदौसा मा रहैं वाले षेखू, राम,ू अनिल अउर प्रिया या साल बोर्ड के परीक्षा के तैयारी करत हैं। उनका कक्षा दस अउर बारहवीं के परीक्षा पास करैं का है। उंई कहिन कि या साल 18 फरवरी 2016 मा परीक्षा है। बिजली कटौती खासकर सुबह चार बजे से आठ बजे अउर षाम के छह बजे से गोल होत है। बोर्ड परीक्षा के तैयारी कइसे कर पाई।
पावर कारपोरेषन चित्रकूट धाम मण्डल के मुख्य अभियंता ए.के. सक्सेना का कहब है कि उंई सरकार से बुन्देलखण्ड खातिर 24 घण्टा बिजली दें के मांग करिन रहैं। यहिसे षहर का 24 घण्टा अउर गांवन का 12 घण्टा बिजली दें के मंजूरी मिली है। गांवन का बारी बारी से बिजली दीन जई। जेहिसे बोल्टेज न कम होय अउर ट्यूबवेल आसानी से चल सकैं।
कटौती बरकरार कसत मिली चैबिस घण्टा बिजली
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