झांसी मेडिकल कालेज में युवक के कटे हुए पैर को उसके सिर के नीचे तकिया की तरह रखे जाने के शर्मनाक प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री ने डाक्टरों और नर्सों की लापरवाही की इस घटना पर गंभीर रुख अख्तियार करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव और राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है।
आयोग ने केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव से यह बताने को कहा है कि क्या उसने इस तरह के मामलों में डाक्टरों और अस्पतालों के लिए दिशा–निर्देश जारी किए हैं और क्या इसकी निगरानी की जा रही है।
आयोग ने कहा है कि यदि मीडिया में आई रिपोर्ट सही है तो यह डॉक्टरों और नर्सों तथा अन्य कर्मचारियों की लापरवाही का मामला है। साथ ही रोगी के सम्मान से जीने के अधिकार का उल्लंघन है।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि रोगी ने दावा किया है कि अस्पताल कर्मचारी ने उसके एक कटे हुए पैर को उसके सिर के नीचे तकिए की तरह लगा दिया था। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि यदि ऐसा हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कटे पैर को तकिया बनाने पर योगी नाराज, दिए जाँच के आदेश
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