सबको सस्ते राशन का लाभ मिले, यही सोचकर सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू किया, लेकिन ललितपुर जिले के ब्लाक महरौनी,गांव समोगर में कई बार आनलाइन कराने के बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा हैं।
हल्ली का कहना है कि हमारे परिवार के देवरानी, जेठानी, किसी को राशन नहीं मिलता है। हम मजदूरी करके अपना खर्चा चलातें है। हमारा नाम लिस्ट में नहीं है, तो कोटेदार भगा देता है।
ऊषा ने बताया कि मैं विकलांग हूं मेरे दो बच्चें हैं। कई बार गये है, तो भगा देते हैं, कहते है कि लिस्ट में नाम नहीं है। बच्चें खाना खानें के लिये रोते हैं, जब मजदूरी करके लाते है, तब बच्चों को खिलातें है।
पुष्पा का कहना है कि कम से कम दस बार कोटेदार के पास गये है, किन्तु सुनवाई नहीं होती है, हमारा राशन कार्ड नहीं बनातें हैं। कई बार आनलाइन कराया है।
धम्मा ने बताया कि वोट तो दे दिया, किन्तु हमें राशन में कुछ नहीं मिलता है, हमारी कोई सुनवाई नहीं करता है। मजदूरी करके कम से कम आठ सौ रूपये आनलाइन करानें में खर्च कर चुके हैं।
कोटेदार प्रतिनिधि राकेश कुमार का कहना है कि अपात्र लोगों के नाम हटाकर पात्र लोगों को राशन दिया जायेगा ।
एसडीएम धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अपात्र लोगों के नाम नहीं जोड़े जायेगें जो भी पात्र हैं, सबके राशन बनाये जायेगें।
रिपोर्टर- सुषमा