जिला गौतम बुद्ध नगर। 27 जुलाई की रात उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतम बुद्ध नगर की एस.डी.एम. (सदर) दुर्गा शक्ती नागपाल को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा सांप्रदायिक तनाव से बचने के लिए किया गया था। हालांकी लोगों का मानना है कि नागपाल को पद से हटाने के पीछे उत्तर प्रदेश में गैर कानूनी ढंग से बालू की खुदाई और बिक्री करने वालों का हाथ है। केंद्र कर्मचारी मंत्रालय ने अखिलेश सरकार से मामले की रिपोर्ट मांगी है।
सस्पेंड होने के एक हफ्ते पहले तक नागपाल राज्य में यमुना और हिंडन नदियों के किनारे हो रही गैर कानूनी बालू की खुदाई और बिक्री के खिलाफ काम कर रहीं थीं। लोगों का मानना है कि असल में इस ही कारण से उन्हें पद से हटाया गया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रेटर नोएडा शहर में गैर कानूनी रूप से सरकारी ज़मीन पर मस्जिद बनाई जा रही थी। नागपाल ने इसकी दीवार तोड़ने का आदेश दिया था। उनके इस विवादित आदेश की वजह से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
हाल ही में नोएडा शहर की पुलिस के साथ नागपाल नेे यमुना के पास से रेत से भरी तीन सौ ट्राली कब्ज़े में ली थीं। साथ ही उन्होंने पंद्रह लोगों की गिरफ्तारी और उन पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। माना जा रहा है कि अखिलेश सरकार पर इस गैर कानूनी काम से जुड़े लोगों का भारी दबाव था। सरकार के इस कदम की सभी ओर से बुराई हो रही है और नागपाल को वापस लेने की मांग की जा रही है। राज्य सरकार भी अपने फैसले पर बनी हुई है।
एस.डी.एम. को हटाने पर हंगामा
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