एशिया के लिए साल 2015 बेहद उतार चढ़ाव से भरा रहा। आइए देखें कुछ झलकियां।
अप्रैल 25 – नेपाल में भूकंप
7.8 तीव्रता वाले भूकंप ने हिमालय की गोद में बसे नेपाल को हिला दिया। राजधानी काठमांडू को काफी नुकसान पहुंचा। 12 मई को एक बार फिर 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। यह नेपाल के इतिहास का सबसे जानलेवा भूकंप था। सरकार के मुताबिक 8,800 लोग मारे गए।
7 मई – ऐतिहासिक समझौता
भारतीय संसद ने बांग्लादेश के साथ एनक्लेव बदलने के लिए पेश संविधान संशोधन को पास कर दिया। इसके तहत भारतीय सीमा से घिरे बांग्लादेश के इलाके भारत में मिल गए और बांग्लादेश से घिरे भारतीय इलाके ढाका को मिल गए।
अक्टूबर-नवंबर – असहिष्णुता का मुद्दा
धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता के लिए मशहूर भारत में इस साल धार्मिक सहिष्णुता एक बड़ा मुद्दा बनी। लेखक एमएम कालबुर्गी, तर्कवादी सीपीआई नेता गोविंद पनसारे और गाजियाबाद में मोहम्मद अखलाख की हत्या से साफ हुआ कि कुछ कट्टर हिन्दूवादी ताकतें समाज पर अपना नज़रिया थोपना चाहती हैं।