पन्ना जिले में 19 फरवरी से संविदा कर्मचारी अपनी दो मांगो को लेकर धरने पर है। इन कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मानेगी तब तक हम हड़ताल खत्म नहीं करेगें, मुख्यमंत्री हमारी इन समस्याओं को जल्दी दूर करने की कोशिश करें।
डाक्टर अनुज सोनी का कहना है कि हमारी पहली मांग है कि जिन लोगों को नौकरी से हटाया गया है, उन्हें वापस बुलाया जायें और दूसरी मांग है नियमिति करण करने की। सदब खान का कहना है कि इस नौकरी में अभी तक कुछ लाभ नहीं मिला है, यहां बधुवा मजदूरों की तरह काम कर रहें हैं। आरती पटेरिया का कहना है कि सरकार एक तरफ बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का अभियान चला रही है, जब वहीं बेटी पढ़-लिखकर तैयार हो जाती है तो उसका रोजगार छीन लिया जाता है। डाक्टर विकेश पाठक का कहना है कि यहां ढाई सौ कर्मचारीहै और पूरे जिले में तीन हजार संविदा कर्मचारी हैं। पुरे देश में इस समय ढाई लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं,इससे अस्पतालों में लोगों की मौत हो रही है।
सी.एम.ओ. डा.एल. के. तिवारी का कहना है कि सरकार दूसरे जिले से कर्मचारी बुलाकर वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है। इनकी समस्या का समाधान प्रदेश से होगा।
रिपोर्टर- चंदा और सुनीता प्रजापति