जिला झांसी, ब्लॉक बबीना, गांव रसीना, 20 दिसम्बर 2016। बुंदेलखंड की सूखी जमीन में पानी की समस्या हमेशा ही रहती है। पर झांसी के रसीना गांव में कुल 20 हैंडपंप लगने हैं, जिनमें से सिर्फ दो ही हैंडपंप से पानी आता है और ये दो हैंडपंप भी गांव से 1 किलोमीटर की दूरी पर हैं। रसीना के निवासी अपनी दिनभर की जरुरत के पानी का भण्डारण कर रहे हैं। यहाँ के निवासी का आरोप हैं कि वे गांव के प्रधान को इस समस्या के बारे में बता चुके हैं पर वह जल विभाग से इस इलाके क ऊंचाई में होने की बात बार-बार दोहराते हैं। हालांकि जल विभाग ने अक्टूबर के महीने में इस समस्या पर एक मीटिंग रखी थी पर फिर भी यहां की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई हैं।
पहाड़ी और पथरीली जमीन होने के कारण यहां के लोग खुद के निजी हैंडपंप नहीं खुदवाते हैं। 50 साल के नत्थू रसीना के निवासी हैं, वह दोनों हैंडपंप के आस-पास बरसात के दिनों में पानी से भर जाने की बात करते हैं। वह उन दिनों में बहुत मुश्किल होने की बात कहते हैं।
10 साल की स्वाति भी अपने घर की जरुरत के लिये पानी इकट्ठा करने में मदद करती हैं। वह कहती हैं, “मैं एक किलोमीटर चलकर घर के लिए पानी जमा करती हूं।”
मालती, 45, इन दोनों हैंडपंपों में भी कम पानी आने की बात कहती हैं। वह कहती हैं, “मैं घण्टों खड़ी रहती हूं। तब मेरा पानी भरने का नम्बर आता है और कम पानी आने के कारण पानी भी देर से भरता है।”
अक्टूबर महीने में रसीना के निवासियों की समस्या को सुनने के लिए जल विभाग के अधिकारी यहां आए थे। पर उन्होंने भी जल्द पाइप लाइन लगाने की बात कही थी।
बालाराम भी जल विभाग के अधिकारियों के उस आश्वासन के पूरा होने का इंतेजार कर रहे हैं। रज्जन सिंह यादव गांव में निजी दो हैंडपंप लगाने की बात बताते हैं, पर पथरीली जमीन होने के कारण उन हैंडपंप में पानी नहीं आया है।
पानी की इस समस्या पर बबीना ब्लॉक के चेयरमैन भारत सिंह उर्फ बॉबी यादव कहते हैं, “मैंने जल संस्थान, जल निगम, जिला अधिकारी और मुख्यमंत्री तक को पानी के हैंडपंप लगाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है पर जल निगम इस इलाका ऊंचा-नीचा होने की बात कहकर इस मुद्दे को टाल रहा हैं। जबकि बबीना से झांसी तक भी पानी जाता हैं। क्या वहां ऊंचा-नीचा नहीं पड़ता?”
वह इस समस्या के समाधान पर कहते हैं, “ये जिला स्तर की समस्या हैं, इसमें जिला अधिकारी और मुख्यमंत्री ही कुछ कर सकते हैं, क्योंकि ये काम जिला पंचायत निधि से नहीं हो सकता हैं। इसके लिए बड़ी रकम की जरुरत हैं।” वह बताते हैं कि इस समस्या का समाधान इस इलाके में पाइप लाइन बिछाना है।
रिपोर्टर- सफीना और सोनी
16/12/2016 को प्रकाशित