चित्रकूट का पाठा क्षेत्र खाली डाकू खातिर नहीं ,पानी के किल्लत खातिर भी मशहूर हवै।गर्मी मा तौ मड़ई गड्ढा का पानी पिए का मजबूर रहत हवैं। मानिकपुर ब्लाक के गांव रामपुर [कल्याणगढ़] मा तौ अबै से पानी के किल्लत शुरू होइगें हवै।या समस्या सत्तर साल से चली आवत हवै पै अबै तक कउनौ ठोस कदम नहीं उठायें गें आहीं।
गीता देवी बताइस कि तीन किलोमीटर दूरी से मुड़े मा पानी लइ के अइत हवै। दिनभरे मा दस डिब्बा पानी लागत हवैं। गंगा प्रसाद का कहब हवै कि बरसात न होय से नाला, तालाब अउर बंधा कुछौ नहीं भरत आय। यहिसे पानी के बहुतै समस्या हवै। युवराज सिंह पटेल का कहब हवै कि नहाये खातिर पानी नहीं मिलत आय। एक किलोमीटर दूरी कुआ से पिए का पानी लाइत हवै। वन्दना यादव का कहब हवै कि गंदा पानी पिए का मजबूर हन काहे से दूसर जघा पानी नहीं मिलत आय। आरती देवी बताइस कि या गांव मा पानी के समस्या बहुतै ज्यादा हवै। कुआ सूखे जात हवै, हैन्डपम्प खराब पड़े हवैं। तौ पानी ले कहां जई?
प्रधान श्री कृष्ण बताइस कि पानी का दूसर साधन नहीं आय। पांच हजार के आबादी वाले या गांव मा चालिस हैन्डपम्प हवैं। जेहिमा से बीस हैन्डपम्प चलत हवैं। मार्चं के महीना तक तौ पानी के बहुतै समस्या होइ जात हवै। देखौ या दरकी शासन का करत हवै। विधायक आर. के. पटेल का कहब हवै कि पानी के समस्या खातिर बुंदेलखंड विकास निधी से ढाई करोड़ का प्रस्ताव पास करावा गा हवै। पानी के समस्या जल्दी दूर कीन जई।
रिपोर्टर-मीरा जाटव और नाजनी रिजवी
Published on Jan 24, 2018