करियर की अंतिम 100 मीटर रेस में हार के बाद रेस के महारथी उसैन बोल्ट ने रेस को अलविदा कह दिया। जाते हुए उन्होंने कहा कि वह अब भी इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ऐथलीट्स में से एक हैं।
अपनी आखिरी रेस में बोल्ट वह नहीं कर सके जिसकी उम्मीद लगाए उनके अनगिनत फैंस बैठे थे। महान बोल्ट की विदाई कुछ–कुछ सर डॉन ब्रैडमैन और मोहम्मद अली की विदाई की तरह ही रही। ब्रैडमैन को अपनी आखिरी इनिंग्स में चार रन बनाने थे ताकि उनका टेस्ट बैटिंग औसत 100 हो जाए। दुर्भाग्य से वह शून्य पर आउट हो गए।
इसी तरह महान अली करियर की आखिरी फाइट में कम जाने–पहचाने बॉक्सर ट्रेवर बर्बिक के खिलाफ हार गए। इन दोनों घटनाओं से खेल–प्रेमियों को तब काफी हताशा हुई थी।
हालांकि, इससे इन 2 खिलाड़ियों की महानता पर कोई असर नहीं पड़ा। ठीक इसी तरह बोल्ट की उपलब्धियां उनकी इस हार से कम नहीं होंगी।
30 साल के बोल्ट (9।95 सेकंड) को 2013 के बाद पहली बार 100 मीटर रेस में हार मिली है। उनको अपनी अंतिम रेस में खराब शुरुआत का खामियाजा उठाना पड़ा। उनका रिऐक्शन टाइम 0।183 सेकंड था जो 8 रनर्स में दूसरा सबसे खराब समय था।
12 अगस्त को 400 मीटर रिले रेस के बाद ऐथलेटिक्स से रिटायरमेंट ले रहे बोल्ट अपने 12वें वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन वह अमेरिका के 35 साल के जस्टिन गैटलिन (9।92 सेकंड) और अमेरिका के ही 21 साल के क्रिस्टियान कोलमन (9।94 सेकंड) के बाद तीसरे नंबर पर रहे।
बोल्ट ने अंतिम रेस में हार के बाद फैंस से माफी मांगी और उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए उनका धन्यवाद दिया।