जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर, गांव बरिया दस साल पहिले हिंया उपस्वास्थ्य केन्द्र बनावा गा रहै।पै यहिमा ताला लाग रहै तीन साल पहिले हिंया का ताला तौ खुला हवै, पै एक नर्स बस आवत हवै जेहिमा बच्चन के टीका बस लगाये जात हवैं।
डिलेवरी समेत दूसर बीमारी खातिर मड़इन का रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जाये का पड़त हवै। राजकुमार अउर बालकृष्ण का कहब हवै कि दस साल पहिले अस्पताल बना रहै। पै खुलत नहीं रहै। अबै भी हफ्ता महीना मा खुलत हवै। डिलेवरी का काम हिंया नहीं होत आय। यहिके खातिर तीन-चार किलोमीटर दूरी रामनगर जाये का पड़त हवै। जबै एम्बुलेस बोलाइत हवै तबै मरीज का लइके जइत हन। हिंया टीकाकरण का काम बस होत हवै।
देवकली बताइस कि अस्पताल बंद रहत हवै कत्तो कत्तो बस खुलत हवैं।नर्स जांच खातिर बस नर्स आवत हवै। अस्पताल मा कुछौ सुविधा नहीं आय। आशाबहु सुखी बताइस कि हिंया का अस्पताल चालू होइ जई तौ सबका सुविधा होइ।
ए. एन. एम कौशल्या गुप्ता का कहब हवै कि बरिया गांव मा या समय 30 गर्भवती मेहरिया हवै। दुइ आशाबहु हवै। उपस्वास्थ्य केन्द्र मा बिजली के सुविधा नहीं आय। हिंया डिलेवरी बस नहीं होत पै बाकी सब काम होत हवैं।
रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाबू एस डी सिंह का कहब हवै हुवा बिजली के ब्यवस्था नहीं आय। टीकाकरण बस होत हवै। ए. एन.एम. अकेले डिलेवरी नहीं करा सकत हवै। स्टाप के जरूरत हवै।
रिपोर्टर- सहोद्रा
17/05/2017 को प्रकाशित