उन्नाव की रहने वाली एक युवती ने 8 अप्रैल को बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए मामले की सुनवाई ना होने पर सीएम आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की थी। युवती का आरोप है कि बीजेपी विधायक के पास वह किसी काम से गई थी लेकिन उसने अपने साथियों के साथ कई जगह ले जाकर गैंगरेप किया।
इस मामले में पुलिस ने भी कोई कार्यवाही नहीं की। विधायक का नाम भी एफआईआर से निकाल दिया गया। बाद में उसके पिता को ही जेल में डाल दिया गया। जहां उनकी मौत हो गई। पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने पुलिस के साथ मिलकर उसके पिता की पिटाई की जिसके चलते उनकी मौत हुई है।
वहीं, पिता की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसवालों को संस्पेंड किया गया है। साथ ही पिटाई के मामले में 4 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। परिजनों का आरोप है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने ही जेल में उनकी हत्या कराई है।
3 अप्रैल को मुक़दमा वापस न लेने पर विधायक के भाई ने पीड़िता के पिता को बेरहमी से पीटा था। बावजूद इसके आरोपी विधायक पर केस दर्ज करने की बजाय पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार पर ही केस दर्ज कर लिया और पिता को ज़ख़्मी हालत में जेल भेज दिया। इसके बाद कल पीड़िता और उसके परिवार ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की। इस बीच प्रशासन ने रेप पाड़िता की पिटाई के मामले में कार्रवाई की है और चार लोगों को गिरफ़्तार किया है। साथ ही न्यायिक हिरासत में मौत को लेकर 2 पुलिस अधिकारी और 4 कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए गए हैं।