16 अगस्त 2013 को ससपेंड की गयी एस. डी. एम . दुर्गा शक्ति नागपाल ने दिया जवाब उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर।
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले की एस. डी. एम. दुर्गा शक्ति नागपाल पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का आरोप लगाया है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसके पीछे की राजनीति यह थी कि दुर्गा जिले में रेत माफिया के काम में रुकावट बन गई थी और उन्हें उनके पद से निकालना ज़रूरी हो गया था। सांप्रदायिक हिंसा का खतरा सिर्फ उपरी कारण बनाकर उन्हें उनके पद से निकाला गया।
सरकार के आरोपों के खिलाफ इस 28 वर्षीय एस. डी. एम. ने जवाब दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ केस दर्ज हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने 20 अगस्त को इस केस की सुनवाई होने पर हरी झंडी दी थी।
दुर्गा के पक्ष में हर तरफ से आवाज़ उठ रही है। दुर्गा के पक्ष में मशहूर दलित लेखक कमल भारती ने अपने फेसबुक पर लिखा कि लगता है यहां मिनिस्टर आज़म खान की चलती है, न कि लोकतान्त्रिक कानून की। आज़म खान शहरी विकास मंत्री हैं। कमल ने उत्तर प्रदेश सरकार पर उंगली उठायी और उन्हें बंद कर दिया गया। ऐसे ही ईमानदार अफसरों को कुचल दिया जाता है और अपराधों के रास्ते साफ कर दिये जाते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार को दुर्गा का जवाब
पिछला लेख