पछले एक हफ्ते में उत्तर प्रदेष में नाबालिगों के साथ बलात्कार के कई मामले सामने आए। 18 अप्रैल को अलीगढ़ में छह साल की बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई। फिर उसकी लाष को बन्ना देवी इलाके में कूड़े में फेंक दिया। यह खबर सुन जब लोगों ने विरोध प्रदर्षन किया तो पुलिस ने उन पर डंडे बरसाए जिसके लिए उनकी कड़ी आलोचना हुई। हत्या के चार दिन के अन्दर ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।
प्रतापगढ़ से बलात्कार के दो मामले सामने आए। पहले मामले में एक मदरसा षिक्षक और उसके साथी को पंद्रह साल की लड़की से दो दिन तक बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। दूसरे मामले में एक षिक्षक को अपनी ही ग्यारह साल की बेटी के बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
सीतापुर जिले में एक दलित नाबालिग लड़की को हथियार की नोक पर अगवा करके कई बार बलात्कार किया और एक गांव में फंेक दिया। बाद में षिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जिला बांदा, ब्लाक नरेनी, गांव तरहटी कालिंजर में 20 अप्रैल को छह साल की लड़की के साथ बलात्कार का मामला सामने आया। इसी तरह बांदा षहर के मोहल्ला खाई पार में भी 23 अप्रैल को एक लड़की के साथ बलात्कार किया गया। दोनों ही मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उत्तर प्रदेश में महिलाएं हैं असुरक्षित
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