लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 1 सितंबर तक दो सौ अस्सी लोगों की मौत बाढ़ के कारण हो चुकी है। राज्य के बीस जिलों के करीब एक हजार गांव इससे प्रभावित हैं।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी खतरे के निशान से लगातार ऊपर बह रही है। इसकी वजह से मिर्जापुर, बनारस और बलिया में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनीं हुई है। दूसरी तरफ यमुना और गंगा का बढ़ा जलस्तर इलाहाबाद के लिए संकट बना हुआ है। लखीमपुर के लिए शारदा नदी और बलिया के लिए घाघरा नदी खतरा बनीं हुई है। प्रतापगढ़, अयोध्या, गाजीपुर और जौनपुर में भी बरसात सामान्य मानक को पार कर चुकी है। राज्य के राहत आयुक्त ने बताया कि करीब 17 लाख आबादी बाढ़ के दायरे में है।