जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत, गांव रीगा प्रथम इमली बाजार। उहां वार्ड नम्बर तीन में लगभग साठ घर महादलित छथिन। लेकिन जमीन कम रहे के कारण बहुत दिक्कत होई छई।
उहां के रामदुलारी देवी, तेतरी देवी कहलथिन कि इहां सब के पास पांच धूर, दस धूर जमीन हई। लेकिन एक आदमी के चार गो, पांच गो बेटा हई जेई कारण दूरा दरवाजा बईठे के भी दिक्कत होई छई। शैल देवी कहलथिन कि हमर शादी भेल तब से नईहरे में ही रह गेली। सरकारी सब कुछ में नाम हय। लेकिन अभी तक भाई के ही घर में रहई ले। ओकरा पास घर न हई लेकिन दिक्कत से रहईले। सब जगह महादलित के भूमि के देई छथिन। लेकिन इहां केतना बेर सुनली लेकिन कहां मिलई छई।
मुखिया उषा शर्मा के पति सुनिल शर्मा कहलथिन कि ऐई के बारे में अंचल अधिकारी ही बतईथिन।
अंचल अधिकारी सूर्यकांत प्रसाद कहलथिन कि जिनका पास जमीन न हई। उनका जमीन मिलतई। लेकिन अभी सर्वे हो रहल हई। जे लोग सरकारी जमीन में बसल छथिन उनका बंदोबस्ती करायल जतई। ओई के बाद दुबारा सर्वे होतई। जेकरा पास चार-पांच आदमी छथिन उनका वास्कित पर्चा बनायल जतई।