जिला झांसी, शहर झांसी हर साल के जेसे जा साल भी झांसी में तिब्बत बाजार लगो लेकिन हर साल की तरह जा साल तिब्बत बाजार फीको रओ। नए नए डिज़ाइन और नए स्वेटर तो आय लेकिन शायद सर्दी ही बुरो मान गई। दुकान दार भी परेशान और उदास हे।
तिब्बत बाजार में आदमी बाहर से खरीदबे आत कपड़ा। तिब्बत बाजार पे नोट बंदी और कम सर्दी को भारी असर परो। दुकानदार पिंकी ने बताई के जा बार ठंड भोत देर से आई और पानी भी नइ बरसो जा के मारे और नइ हो रइ ज्यादा फायदा और बिक्री। एक दिन में पांच छह जोड़ी कपड़ा बेच पात।
निखिल ने बताई के मोदी जी के नोटबंदी के एलान और ठंड कम होबे के मारे बाजार भोत मंदों हे। पिछली बार से भोत कम फायदा हे। हमाय ते नए नए डिज़ाइन के कपडा मिलत। और ग्राहक जो माल ले जात तो उने बदल भी लेत कबहु ज्यादा कबहु कम जा तरा से होत बिक्री। हम जो माल हिमाचल पंजाब से लेके आत और एक दाम में बेचत न कम न ज्यादा।
शिवकुमार ग्राहक ने बताई के अपने ते के बाजार से मंहगे हे स्वेटर लेकिन भोत गरम रत और ख़राब नइ निकरत और हर साल बदल के आत माल और अच्छे मिलत। आदी ने बताई के हमाय ते तीन सौ बीस से लेके ग्यारह सौ बीस तक के कपड़ा हे। दीपक शर्मा ने बताई के इते के स्वेटर अच्छे निकरत जई से हम उरई से लेबे आय।
हमाय दोस्त ने बताई ती के झांसी के तिब्बत बाजार में भोत अच्छे कपडा मिलत जब से फिर हम भी आन लगे। जो बाजार केवल एक महीना के लाने लगत और सबेरे साढ़े आठ बजे से रात के साढ़े नौ बजे तक खुलो रत।
रिपोर्टर- सफीना और सोनी
16/01/2017 को प्रकाशित