जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गाँव खोह हिंया सरकारी अस्पताल बनत हवैं। गांव के मड़ई उम्मीद करत हवै कि अब हमें इलाहाबाद दवाई खातिर न जाये का पड़ी।
रामसागर अउर मोहन लाल का कहब हवै कि सरकारी अस्पताल बने से का फायदा, जब मड़इन का बाहर से दवाई खरीदे का पड़त हवै। यहिसे अच्छा प्राइवेट अस्पताल मा इलाज करा लें।
सरकारी अस्पताल मा दवाई अच्छी नहीं मिलत आय। यहिसे अच्छा इनतान का अस्पताल न खोले तौ ज्यादा नींक हवै मड़ई कहत हवै कि या सरकारी अस्पताल मेहरियन अउर बच्चन खातिर बनत हवै। सरकारी अस्पताल मा गर्भवती मेहरियन का इलाहाबाद खातिर रिफर कइ देत हवैं तौ रास्ता मा उनकर जान चली जात हवै। चार महीना से रात दिन अस्पताल बने का काम शुरू हवै।
बेसनिया देवी का कहब हवै कि जबै सरकारी अस्पताल मा रुपिया देव तौ दवाई देत हवै। यहिसे नीक प्राइवेट अस्पताल मा दवाई करा लेइ। सरकार कहत बस हवै कि सरकारी अस्पताल मा दवाई मुफ्त होत हवै।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.राम जी पांडेय का कहब हवै कि अक्तूबर 2017 तक अस्पताल बन के तैयार होइ जई। गभर्वती मेहरिया अउर नवजात शिशु के लाने अस्पताल खोला जात हवैं। जेहिमा सब आधुनिक सुविधा के व्यवस्था कीन जई।
रिपोर्टर- सहोद्रा देवी
20/03/2017 को प्रकाशित