इरोम शर्मिला ने 16 साल तक अनशन पर रहनेके बाद राजनीति में आने के बारे में तो पहले ही साफ कर दिया था इसके साथ ही 17 अक्तूबर को उन्होंने अपनी क्षेत्रीय पार्टी का भी ऐलान कर दिया है। पार्टी का नाम पीपल्स रिसर्जन्स एंड जस्टिस अलायंस रखा गया है। इस नई पार्टी की स्थापना मणिपुर का राजधानी इंफाल में की गई है।
सितंबर माह की शुरुआत में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कर बड़ी राजनीतिक पार्टियों से मुकाबला करने को लेकर सलाह मांगी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा था कि वह राजनीतिक गुर सीखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगी।
44-वर्षीय इरोम शर्मिला ने कहा कि उनकी पार्टी न्याय, समझदारी, प्रेम और शांति के मूल सिद्धांतों पर आधारित होगी। इरोम खुद दो विधानसभा सीटों थोउबल और खुरई से चुनाव लड़ेंगी, और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह मणिपुर की 60 में से 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े कर पाएंगी।
थोउबल कांग्रेस नेता ओकरम इबोबी सिंह का विधानसभा क्षेत्र है, जो वर्ष 2002 से लगातार मणिपुर के मुख्यमंत्री हैं। दो महीने पहले ही इरोम शर्मिला ने सेना के कथित अत्याचार के विरुद्ध 16 साल से जारी अपने अनशन को खत्म किया था, और प्रण लिया था कि वह अपने अभियान को राजनैतिक स्तर पर जारी रखेंगी, और इबोबी सिंह का सामना करेंगी।
बता दें कि मणिपुर में आफस्पा हटाने की मांग करते हुए इरोम ने 16 साल तक अनशन किया लेकिन सफल नहीं हो पाई। इसके बाद 9 अगस्त को अनशन खत्म करते हुए कहा था कि वो राजनीतिक दल बनाकर इसके खिलाफ आवाज उठाएंगी।