देश छोड़कर स्विट्जरलैंड पहुंचे 104 साल के ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक डेविड गुडॉल ने 10 मई को इच्छा मृत्यु में मदद करने वाले एक क्लीनिक की मदद से अपनी आखिरी सांस ली।
अपनी जिंदगी के आखिरी पलों में उन्होंने मशहूर संगीतकार बीथोवेन की एक धुन ‘ऑड टू जॉय’ सुनते हुए आंखें बंद की।
ऑस्ट्रेलिया के मशहूर पर्यावरणविद् और वनस्पति विज्ञानी डेविड गुडॉल को उनके अपने देश में किसी गंभीर बीमारी के नहीं होने से इच्छा मृत्यु के लिए मदद लेने से रोक दिया गया था, लेकिन उनका मानना था कि वे अपनी जिंदगी का बेहतरीन हिस्सा जी चुके हैं और अब मरना चाहते हैं। इसके लिए 12 पोतों के परिवार वाले गुडॉल को जनता से करीब 20 हजार डॉलर का चंदा जुटाकर पर्थ से स्विट्जरलैंड की यात्रा करनी पड़ी, जहां इच्छा मृत्यु को कानूनी मान्यता है।
बता दें कि सहायता से आत्महत्या या इच्छा मृत्यु अधिकतर देशों में गैरकानूनी है और ऑस्ट्रेलिया में भी पिछले साल विक्टोरिया राज्य के इसे कानूनन मानने वाला पहला राज्य बनने तक प्रतिबंधित थी। लेकिन विक्टोरिया में भी ये कानून जून, 2019 से प्रभावी होगा और ऐसे लोगों पर ही लागू होगा, जिनकी जिंदगी 6 महीने से भी कम रह गई है।