जिला बांदा, शहर बांदा। हेंया का एक मात्र पार्क शाम का नहीं खुलत आय। मड़इन के मांग है कि पार्क शाम के भी खुलैं का चाही।
कालवन गंज के रानी, शुभी छिपटहरी के गोरीबाई, शिवऔतार का कहब है कि पार्क सुबेरे पांच से दस बजे तक खुलत है। सुबेरे सबका आपन आपन काम के जल्दी होत है, तौ समय नहीं निकर पावत। शाम के समय निकर आवत है। या मारे पार्क मा आ के व्यायाम करत रहन। बच्चन का भी खेलै का मिल जात है। पार्क का चैकीदार रमेश कहत है कि डेढ़ साल पहिले शाम के कुछ लड़कियन के साथैं लड़का बदसलूकी करिन रहै । तबै से चेयर मैन शाम का पार्क खोलब बंद करवा दिहिस रहै। चाट का ठेला लगावैं वाले कल्लू अउर रामधनी का कहब है कि जब से शाम के पार्क खुलब बंद होइगा तौ हमार धंधा चैपट होइगा। जहां पांच सौ रूपिया के कमाई एक दिन मा होत रहै। होंआ अब सौ रूपिया मिलब मुश्किल होत है। सुबेरे पांच से दस खुलत है तौ वतनी देर कोऊ नहीं खात आय। सुबेरे बच्चा भी नहीं आवत। अगर कउनौ घटना घटत है तौ पुलिस लगावैं का चाही। पार्क बंद करब घटना का उपाय न होय। चेयर मैन विनोद जैन कहिन कि सुरक्षा के नजरिया से पार्क शाम के बंद है। शाम के स्कूल छूटत है तौ पढ़ाई करैं वाले लड़का लड़की होंआ जात है तौ घटना भी होत है।
इकलौता पार्क शाम के रहत है बंद
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