हिचकी
निर्देशक: सिद्धार्थ पी मल्होत्रा
कलाकार: रानी मुकर्जी
कभी ज़िन्दगी में ऐसे पल का सामना करना पड़ा है आपको, जब आपकी आवाज़ कहीं अंदर गले में ही अटक गई हो? अपनी बात रखने में आपको हिचकिचाहट महसूस हुई हो?
ज़िन्दगी के कुछ ऐसे ही क्षणों की याद दिलाएगी नैना माथुर (रानी मुकर्जी) जो एक बीमारी से ग्रस्त हैं, जिसका नाम है ‘टूरेट सिंड्रोम’। इस बीमारी में अपने ‘मोटर स्किल्स’ पर काबू थोडा कम होता है, जिस वजह से आप हसी-मज़ाक के पात्र बन जाते हैं। ये फिल्म एक पुस्तक पर आधारित है, और इसमें रानी मुकर्जी एक अध्यापिका का किरदार निभा रही हैं, जिनका नाम है नैना माथुर। उनकी क्लास के बच्चें उनका मज़ाक बनातें हैं, लेकिन नैना हार नहीं मानते हुए, अपना काम करती है। उनके जोश और बहादुरी की कहानी है हिचकी, जिससे आप प्रेरणा ले सकतें हैं।