जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत, गांव कुशमारी। उहां के निरसी देवी अउर सीता देवी पौधा रोपन के काम तीन साल पहिले कलथिन। आई तक उ पौधा के देख भाल करई छथिन। लेकिन आई ले एको गो रूपईया न मिललई। जबकि उ काम पंचायत समिति के फण्ड सं भेल हई।
निरसी देवी अउर सीता देवी कहलथिन कि हम सब पौधा रोपन के काम जून 2011 से ही कईली। दुनु आदमी मिला के दक्षिणवारी सीमान पर लगभग पांच सौ पौधा रोपली। ओई के बाद आई तक देख भाल करई छी। लेकिन ऐको बेर रूपईया न मिलल। विभागीय लोग कहई छथिन कि जब रूपईया आयत त मिलत, लेकिन पौधा जिवित रहे के चाही। ओई के लेल हमेशा पौधा के देख रेख करईत रहई छी। अभी पौधा न गिनती कईली ह लेकिन दु महीना पहिले गिनती कयले रही त चार सौ पौधा जिन्दा रहे। हम सब मजदूरी करई छी लेकिन मजदूरी न मिलईय त काम करे में मन भी न लगईय। तईयो मजदूरी के आशा में काम करई छी, अउर राह देखई छी कि मजदूरी कहिया मिलतई?
पंचायत समिति उमेश कहलथिन कि रूपईया के लेल राज्य के जनता दरवार से लेके जिला के जनता दरवार तक गेली लेकिन रूपईया न मिलल। रूपईया अतई त देल जतई।
कार्यक्रम पदाधिकारी कृपाशंकर झा कहलथिन कि पंचायत समिति फण्ड के रूपईया अभी न आयल हई। मनरेगा के सब काम के जानकारी के बारे में नेट पर देल हई लोग अपने भी देख सकई छथिन।
आशा लगयले छी मजदूरी के
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