जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव डिघवट। हेंया के लगभग दस मेहरिया इन्द्रा आवास कालोनी के मांग खातिर 17 दिसम्बर 2013 का बांदा तहसील मा दरखास दिहिन हैं। यहिके बाद भी उनके कउनौ सुनाई निहाय।
गांव के सरोज अउर सुमन बतावत हैं कि हम लोग आवास के खातिर तीन साल होइगे प्रधान के चक्कर लगावत हन। जबै कि हमार बी.पी.एल. सूची मा नाम भी है, पै प्रधान एक कालोनी दें मा छह हजार रूपिया मांगत है। हम मजदूर मड़ई दिन भर काम करित हन। तबै रात मा हमरे खाय का होत है। अगर हमरे पास यतना रूपिया प्रधान का होय तौ आपन घर न बना लेन। जउन एक-एक झोपडि़या मा इनतान के ठन्डी मा गुजर करित हन। यहिसे सोचत हन कि अगर सरकारी योजना का लाभ गरीब मड़इन खातिर बिना रूपिया का मिलत है, तौ प्रधानन का भी दंे का चाही, पै उंई जीतै के बाद सब भूल जात हैं।
प्रधान जितेन्द्र का कहब है कि जउन मड़इन का बी.पी.एल. पात्रता सूची मा नाम जेहिका है तौ वहिका कालोनी दीन गई हैं। इनतान तैंतिस मड़इन का कालोनी दीन गई हैं।
आवास खातिर भटकत पात्र मड़ई
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