जिला वाराणसी। सरकार गरीबन खातिर के समय समय पर कउनों ना कउनों योजना निकालल करला। लेकिन कभी भी इ धियान नाहीं देत कि इ योजना के फायदा के के मिलत हव। एही तरह लोहिया आवास योजना कई पीढ़ी से चलत हव। पर देखल जाए त गरीबन के बहुत कम मिलत हव। काहें से कि गरीबन के पास प्रधान के घुस देवे खातिर रूपिया नहीं रहत। इ कारण अवास नाहीं मिलल हव। इ बात के लेके प्रधान से बात करल जाला त उनकर एकही जवाब रहला कि हमके जिला से लेके ब्लाक तक कमिसन लगत। तब कोई नाहीं देखत। इ बात पूरा उत्तर प्रदेश के जिला में हव। बनारस जिला के ब्लाक चोलापुर गांव भवानीपुर के रीता देवी, बसन्ती, अरबिन्द, इ सब गरीब लोगन के कहब हव कि पन्नी के झोपड़ी बना के आपन परिवार के गुजर बसर करल जाला। प्रधान से अवास के मांग करल जाई तो पहिले दस हजार रूपिया जमा करवावे के कहीयन। एकरे बाद अवास मिली इ कह के भगा देलन। हम गरीबन के रूपिया न रहल से अवास नाहीं मिलत। इ कारण हमने के परेशनी होला। सरकार के इ समस्या के लेके ठोस कदम उठावे के चाही जउन कि अवास के लेके गरीबन के परेशान करत हयन।
आवास के नाम पर वसूलत पइसा
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