सरकार और विपक्ष के बीच चल रहे आरोप–प्रत्यारोप के बीच आखिरकार संसद के शीतकालीन सत्र को बुलाने में समय तय हो ही गया। संसद का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होगा और पांच जनवरी तक चलेगा।
इस देरी के सवाल पर सरकार और कांग्रेस के बीच आपसी बहस तेज़ हो गई थी। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि गुजरात चुनाव की वजह से सरकार संसद में विपक्ष के सवालों से बचना चाहती है। उधर सरकार ने इन आरोपों को गलत करार दिया है।
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने शीत सत्र के साथ बेईमानी का जो आरोप सरकार पर लगाया, उसे बाकी विपक्ष ने यह याद दिलाते हुए और आगे बढ़ा दिया कि इन दिनों संसद बहुत कम चलाई जा रही है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस साल अब तक लोकसभा सिर्फ 38 दिन बुलाई गई है, जो अब तक का रिकॉर्ड है। उधर लेफ्ट भी इस विवाद में कांग्रेस के साथ खड़ी हो गई थी।
तमाम आरोपों के बाद, संसदीय मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक हुई। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शीतकालीन सत्र की तारीखों को अंतिम रूप दे दिया गया है।